तुम मौन भाव से बजने वाली वीणा हो , जो मधुरतम संगीत बजाती है , जब -जब भी हम घायल होते तुम मौन भाव से बजने वाली वीणा हो , जो मधुरतम संगीत बजाती है , जब -जब भी हम...
विद्यार्थी जीवन पर कविता विद्यार्थी जीवन पर कविता
अब सोचती हूं जो मरजी करो अब सोचती हूं जो मरजी करो
बच्चों के बिना जीवन अधूरा है पढ़कर कब चले गए , करने अपना सपना पूरा है। बच्चों के बिना जीवन अधूरा है पढ़कर कब चले गए , करने अपना सपना पूरा है।
हमको कहती हम बच्चे हैं अभी अकल से हम कच्चे हैं समझ नहीं है हममें सारी बहुत अलग यह दुनियादारी मोट... हमको कहती हम बच्चे हैं अभी अकल से हम कच्चे हैं समझ नहीं है हममें सारी बहुत अल...
ये सपने सबको, उम्मीद देते हैं... ये सपने सबको, उम्मीद देते हैं...